हमें ना इश्क़ हो गया हैअक्सर बातों बातों में बात ही भूल जाते हैंफिर जब याद आती है बात, तो कह नहीं पाते हैंहमें ना इश्क़ हो गया हैसुबह गुलाबी आसमान की सिलवट समेट किताबों के पन्नों में छुपा देते हैंफ़िर दिन भर उन्ही पन्नों में के बीच वो पल ढूंढते रह जाते हैहमें ना... Continue Reading →